भारतीय अर्थव्यवस्था 2021
भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में शीर्ष बढ़ती अर्थव्यवस्था में से एक है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार, भारत को नॉमिनल जीडीपी में 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और क्रय शक्ति समानता में 3 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत को नॉमिनल जीडीपी में 142 वां स्थान और 124 वां परचेजिंग पावर पैरिटी में स्थान दिया गया।
Info:
GDP per capital Rank: 142nd (Nominal, 2019), 124 (Purchasing power Parity)
GDP rank: 6th(Nominal, 2020), 3rd (PPP, 2020)
Indian Financial Year: 1 April – 31 March
GDP: $2.6 Trillion Doller in Nominal, $8.7 Trillion Doller in PPP
सरकार के निर्णय की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत धीमी गति से चल रही है जैसे:
1. डिमोनेटाइजेशन
2. जीडीपी
1. विमुद्रीकरण: विमुद्रीकरण सरकार की सबसे बड़ी विफलता है विमुद्रीकरण के वजह से जीडीपी ग्रोथ में की गति धीमी हुयी और इसके बाद जब इकॉनमी अपने आप फिर से सही रस्ते में आ रही थी तभी सरकार द्वारा लिए गए दूसरे निर्णय में जो की GDP है
2. जीडीपी: जीडीपी किए वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था अपने पिछले सारे रिकार्ड्स को तोड़ते हुए अपने ११ वर्षो के सबसे निचले स्तरपर रही।
क्या आप जानते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2016 में Nominal जीडीपी में 8.2% बढ़ी है और यह सबसे बड़ी सफलता थी, इसके बाद यह नीचे की ओर जाती रही जैसे: 2017 यह 7.4 थी, 2018 यह 6.12 थी और 2019 में यह 4.12 थी।
भारत की अर्थव्यवस्था के भविष्य के बारे में बात करते हैं जैसे: हम भविष्य में क्या और कहाँ खड़े हैं:
CEBR रिपोर्ट के अनुसार:
सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) ने कहा कि अब उम्मीद है कि 2030 तक भारत दुनिया की 3 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।
सीईबीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को भविष्य में बुनियादी ढांचे पर खर्च को बढ़ावा देना होगा। “भारत में मौजूद बुनियादी ढांचे की बाधाओं का मतलब है कि भारत को आगे अबाधने के लिए, भारत को इंफ्रास्ट्रक्टर में पैसे खर्च करने होंगे जिससे इनको आगे बढ़ने में और ज्यादा फायदा हो.
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